सावन का महीना एक विशेष धार्मिक महत्व रखता है और इस दौरान व्रत-उपवासी के दौरान विशेष प्रकार के आहार का सेवन किया जाता है। अधिकतर लोग इस महीने में प्याज, लहसुन और टमाटर से परहेज़ करते हैं, फिर भी स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन की आवश्यकता बनी रहती है। ऐसे में आलू और सोयाबीन की सब्ज़ी एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि पोषण से भी भरपूर होती है। आइए जानते हैं आलू सोयाबीन की इस स्वादिष्ट सब्ज़ी को बिना प्याज-लहसुन-टमाटर के कैसे तैयार किया जा सकता है।
सामग्री:
- 2 मध्यम आकार के आलू (क्यूब्स में कटे हुए)
- 1 कप सोयाबीन (भीगे हुए)
- 1-2 हरी मिर्च (कटी हुई)
- 1 इंच अदरक (कद्दूकस किया हुआ)
- 1/2 चमच हल्दी पाउडर
- 1/2 चमच धनिया पाउडर
- 1/2 चमच जीरा
- 1/2 चमच लाल मिर्च पाउडर
- 1/2 चमच आमचूर पाउडर
- 1 चमच जीरा-धनिया पाउडर
- नमक स्वाद अनुसार
- 2-3 टेबलस्पून घी या तेल
- हरा धनिया (सजावट के लिए)
विधि:
- सोयाबीन तैयार करना: सबसे पहले सोयाबीन को रात भर पानी में भिगोकर रखें, ताकि वह अच्छे से सॉफ्ट हो जाए। फिर इसे अच्छी तरह से धोकर पानी छान लें।
- आलू को काटना: आलू को छीलकर छोटे-छोटे क्यूब्स में काट लें।
- तड़का तैयार करना: एक कढ़ाई में घी या तेल गर्म करें। इसमें जीरा डालकर तड़कने दें। फिर कटी हुई हरी मिर्च और कद्दूकस किया हुआ अदरक डालें और कुछ सेकेंड्स तक भूनें।
- मसाले डालना: अब इसमें हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और जीरा-धनिया पाउडर डालें। मसाले को अच्छे से भूनने दें, ताकि उनका कच्चापन खत्म हो जाए।
- आलू और सोयाबीन डालना: अब कटी हुई आलू के टुकड़े और भीगे हुए सोयाबीन को इस मसाले में डालकर अच्छे से मिला लें।
- पानी डालना: अब इसमें थोड़ा पानी डालें और ढककर 10-15 मिनट तक पकने दें, जब तक आलू और सोयाबीन अच्छी तरह से पक न जाएं।
- समीप खत्म करना: अगर सब्ज़ी थोड़ी सूखी लगे, तो आप और पानी डाल सकते हैं। जब आलू और सोयाबीन अच्छे से पक जाएं, तो आमचूर पाउडर और नमक डालकर मिला लें।
- सजावट: अंत में हरे धनिये से सजाकर गर्मा-गर्म सर्व करें।
सुझाव:
- यह आलू सोयाबीन की सब्ज़ी रोटी, पराठे, चपाती या पकौड़ी के साथ बेहतरीन लगती है।
- अगर आप व्रत कर रहे हैं, तो आप सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं।
- यह सब्ज़ी बच्चों के लिए भी स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
निष्कर्ष:
आलू सोयाबीन की यह बिना प्याज-लहसुन-टमाटर वाली सब्ज़ी न सिर्फ स्वादिष्ट है, बल्कि पौष्टिक भी है। इसे सावन के महीने में व्रत के दौरान भी आसानी से बनाया जा सकता है। यह एक हल्की, सेहतमंद और आसान रेसिपी है जो परिवार के सभी सदस्यों को पसंद आएगी।