महाशिवरात्रि भक्ति, उपवास और उत्सव का समय है, और कोई भी त्यौहार ठंडाई के बिना पूरा नहीं होता है – एक ताज़ा, मसालेदार दूध पेय। इस साल, अपने मेहमानों को दो अनूठी और स्वादिष्ट ठंडाई रेसिपी से आश्चर्यचकित करें।
महा शिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है, जो विनाश और परिवर्तन के सर्वोच्च देवता भगवान शिव को समर्पित है। फाल्गुन के महीने में कृष्ण पक्ष (घटते चंद्रमा) की 14 वीं रात को हर साल मनाया जाने वाला यह त्यौहार आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है।
महा शिवरात्रि पर भगवान शिव को ठंडाई चढ़ाई जाती है, जो भक्ति और शांति का प्रतीक है। यह शिव के भांग के साथ जुड़ाव के साथ मेल खाता है, उनकी ब्रह्मांडीय ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है, और उपवास के बाद ताज़गी प्रदान करता है। दूध, मेवे और मसालों से बना यह पेय पवित्रता, ध्यान और दिव्य आशीर्वाद का प्रतिनिधित्व करता है। यहाँ दो अद्भुत ठंडाई रेसिपी हैं जो आपके महाशिवरात्रि उत्सव को और भी खास बना देंगी।
क्लासिक केसर बादाम ठंडाई
यह स्वादिष्ट और खुशबूदार ठंडाई बादाम, केसर और मसालों की अच्छाई से भरपूर है, जो इसे शाही व्यंजन बनाती है।
सामग्री:
- 1 लीटर फुल-क्रीम दूध
- ¼ कप बादाम (भिगोए और छिलके उतारे हुए)
- 2 बड़े चम्मच काजू
- 2 बड़े चम्मच खरबूजे के बीज
- 2 बड़े चम्मच खसखस
- 10-12 काली मिर्च
- ½ छोटा चम्मच इलायची पाउडर
- 8-10 केसर के रेशे (2 बड़े चम्मच गर्म दूध में भिगोए हुए)
- ½ कप चीनी (स्वादानुसार समायोजित करें)
- 1 बड़ा चम्मच गुलाब जल
- 2 बड़े चम्मच सौंफ के बीज
- 2 बड़े चम्मच सूखे गुलाब की पंखुड़ियाँ
- 2 बड़े चम्मच पिस्ता (सजावट के लिए)
विधि:
सामग्री भिगोएँ: बादाम, काजू, खरबूजे के बीज, खसखस और सौंफ के बीज को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगोएँ।
पेस्ट बनाएँ: भीगी हुई सामग्री को काली मिर्च, इलायची पाउडर और सूखे गुलाब की पंखुड़ियों के साथ थोड़े से दूध का उपयोग करके चिकना पेस्ट बनाएँ।
ठंडाई तैयार करें: दूध को उबालें और थोड़ा ठंडा होने दें। केसर मिला हुआ दूध और चीनी डालें। अच्छी तरह मिलाएँ।
मिलाएँ और छान लें: तैयार पेस्ट को दूध में डालें, अच्छी तरह मिलाएँ और फ्लेवर को मिलाने के लिए 30 मिनट तक बैठने दें। मिश्रण को मलमल के कपड़े या बारीक छलनी से छान लें।
ठंडा करें और परोसें: गुलाब जल डालें, कम से कम 2 घंटे के लिए फ्रिज में रखें और पिस्ता गार्निश करके ठंडा परोसें।
गुलाब और पान के स्वाद वाली ठंडाई
अगर आप कुछ अनोखा चाहते हैं, तो गुलाब और पान की ठंडाई ज़रूर आज़माएँ! इसमें गुलाब की खुशबू और पान के पत्तों का ताज़ा स्वाद है, जो इसे एक अनोखा त्यौहारी पेय बनाता है।
सामग्री:
- 1 लीटर फुल-क्रीम दूध
- ¼ कप बादाम (भिगोए और छिलके उतारे हुए)
- 2 बड़े चम्मच काजू
- 2 बड़े चम्मच खरबूजे के बीज
- 2 बड़े चम्मच खसखस
- 2 बड़े चम्मच सौंफ
- 8-10 काली मिर्च
- 2 बड़े चम्मच सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ
- 3-4 पान के पत्ते
- ½ कप चीनी (स्वादानुसार समायोजित करें)
- 1 बड़ा चम्मच गुलाब जल
- 2 बड़े चम्मच गुलकंद (मीठा गुलाब का संरक्षण)
- 1 बड़ा चम्मच इलायची पाउडर
- 2 बड़े चम्मच पिस्ता (सजावट के लिए)
विधि:
सामग्री भिगोएँ: बादाम, काजू, खरबूजे के बीज, खसखस और सौंफ के बीज को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगोएँ।
पेस्ट बनाएँ: भीगी हुई सामग्री को काली मिर्च, सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ, पान के पत्ते और गुलकंद के साथ मिलाकर चिकना पेस्ट बनाएँ।
ठंडाई तैयार करें: दूध को उबालें, फिर इसे थोड़ा ठंडा होने दें। चीनी और तैयार पेस्ट को मिलाएँ।
छानें और ठंडा करें: मिश्रण को 30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें, छान लें और गुलाब जल डालें। कम से कम 2 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें।
सजाएँ और परोसें: गिलास में डालें, पिस्ते से सजाएँ और ठंडा परोसें।
इस महाशिवरात्रि पर अपने मेहमानों को ठंडाई के इन दो बेहतरीन रूपों का आनंद दें। चाहे उन्हें क्लासिक केसर बादाम ठंडाई पसंद हो या अनोखी गुलाब और पान ठंडाई, एक बात तो तय है—वे दोबारा ज़रूर माँगेंगे!