HMPV एक श्वसन वायरस है, जो मुख्य रूप से सर्दियों और वसंत ऋतु के प्रारंभ में फैलता है। यह वायरस सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों में इसका प्रभाव अधिक हो सकता है। सामान्य लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और लोगों को रोकथाम के उपायों के प्रति जागरूक करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं और किसी भी स्वास्थ्य चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे श्वसन संबंधी लक्षण प्रकट होने पर तुरंत चिकित्सीय सलाह लें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें और खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढकें। इन सरल उपायों से HMPV और अन्य श्वसन वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है।
नागपुर में सामने आए इन मामलों के बाद राज्य सरकार ने स्थिति की निगरानी के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है, जो आवश्यक कदम उठाएगी और जनता को समय-समय पर जानकारी प्रदान करेगी।
HMPV के बारे में अधिक जानकारी और रोकथाम के उपायों के लिए, नागरिकों को स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।