घर का वास्तु शास्त्र हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। घर की दिशा, वहां रखी गई चीजें, और वास्तु के अनुसार सजावट हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं। खासतौर पर दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय कोण) को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। इस दिशा को आग्नेय दिशा भी कहा जाता है और यह हमारे घर के ऊर्जा संतुलन को प्रभावित करती है।
वास्तु के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा में कुछ चीजें रखने से दुर्भाग्य और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि कौन सी चीजें इस दिशा में नहीं रखनी चाहिए:
1. रसोई गैस (Gas Stove)
दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि तत्व से जुड़ा हुआ माना जाता है, और यहां रसोई गैस, चूल्हा या किसी भी प्रकार का अग्नि स्रोत रखना उचित नहीं है। इस दिशा में अगर रसोई रखी जाती है तो यह स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक परेशानियां ला सकती है।
2. बिजली के उपकरण (Electrical Appliances)
दक्षिण-पूर्व दिशा में अत्यधिक इलेक्ट्रिकल उपकरण जैसे टेलीविजन, माइक्रोवेव, हीटर या एयर कंडीशनर रखना भी ठीक नहीं है। इससे घर में तनाव और मानसिक उलझनें बढ़ सकती हैं।
3. खराब या टूटी हुई चीजें (Broken or Damaged Items)
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की किसी भी दिशा में टूटे हुए सामान को रखना शुभ नहीं होता। दक्षिण-पूर्व दिशा में टूटी हुई वस्तुएं, जैसे टूटे बर्तन, खराब फर्नीचर या अपक्षय हो चुकी चीजें रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे घर में बुरी घटनाओं का होना संभव है।
4. पानी के स्रोत (Water Sources)
दक्षिण-पूर्व दिशा में पानी के स्रोत जैसे पानी की टंकी, वॉटर वॉशबेसिन या जल से संबंधित कोई वस्तु रखना मना है। पानी का तत्व वायु और अग्नि से मेल नहीं खाता है और इस दिशा में पानी रखना घर के वास्तु संतुलन को बिगाड़ सकता है।
5. काले रंग की चीजें (Black Colored Items)
दक्षिण-पूर्व दिशा में काले रंग की चीजें रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है। काला रंग घने और भारी ऊर्जा से जुड़ा होता है, जो इस दिशा में नहीं होना चाहिए।
6. किचन का बर्तन (Cooking Utensils)
किचन के बर्तनों को हमेशा रसोई में ही रखना चाहिए, लेकिन अगर किसी कारणवश वे दक्षिण-पूर्व दिशा में रखे जाएं तो यह घर के सुख-समृद्धि पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। बर्तन और किचन का सामान इस दिशा में न रखें।
7. चित्र और मूर्तियां (Paintings and Statues)
दक्षिण-पूर्व दिशा में अग्नि का प्रभाव होता है, और अगर इस दिशा में धार्मिक चित्र या मूर्तियां रखी जाती हैं, तो यह ऊर्जा असंतुलन का कारण बन सकता है। इस दिशा में शांति और समृद्धि लाने वाले चित्रों का चुनाव करें।
8. गंदगी और अव्यवस्था (Dirt and Clutter)
वास्तु के अनुसार, इस दिशा में गंदगी और अव्यवस्था रखना मना है। यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और मनुष्य के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकता है।
निष्कर्ष:
दक्षिण-पूर्व दिशा (आग्नेय कोण) का हमारे जीवन में एक खास स्थान है, और इस दिशा में कुछ खास चीजों का ध्यान रखने से हम अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सुख पा सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस दिशा में आग्नेय तत्व से संबंधित चीजों को नियंत्रित करना और अव्यवस्था से बचना घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। यदि आप इस दिशा में कोई परिवर्तन कर रहे हैं तो वास्तु शास्त्र के अनुसार ध्यान रखें कि ये गलत चीजें वहां न हों, ताकि घर में सुख-समृद्धि बनी रहे और दुर्भाग्य से बचा जा सके।