वास्तु शास्त्र, जो प्राचीन भारतीय शास्त्रों में से एक है, घर की संरचना और उसके अंदर की चीजों के सही स्थान के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह न केवल घर की साज-सज्जा को सुंदर बनाता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ावा देता है। घर के विभिन्न हिस्सों के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना जरूरी होता है, जिसमें रसोई भी शामिल है। तो, क्या रसोई के पास जूते रैक रखना शुभ है? आइए जानते हैं।
रसोई और जूते रैक का वास्तु परिप्रेक्ष्य
रसोई घर में खाना पकाने का स्थान होता है, और इसे स्वच्छ और शुद्ध बनाए रखना जरूरी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई को हमेशा शुद्ध स्थान पर रखा जाना चाहिए, क्योंकि यह स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ा है। जूते रैक, जो अक्सर गंदे और बाहर के स्थानों पर रखे जाते हैं, रसोई के पास रखना वास्तु के दृष्टिकोण से ठीक नहीं माना जाता है।
1. वास्तु दोष
वास्तु शास्त्र में यह माना जाता है कि जूते रैक को रसोई के पास रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचय हो सकता है। जूते रैक को ऐसे स्थान पर रखना जहां रोज़ाना की ऊर्जा का प्रवाह हो, जैसे रसोई, घर में अशांति और मानसिक दबाव उत्पन्न कर सकता है। रसोई एक पवित्र स्थान है, और वहां कोई भी गंदगी या नकारात्मक ऊर्जा नहीं होनी चाहिए।
2. स्वास्थ्य और समृद्धि पर असर
रसोई में नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश से स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, जूते रैक को रसोई के पास रखने से घर के निवासियों को शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, यह समृद्धि और सौभाग्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
सही स्थान कहाँ होना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जूते रैक को घर के उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोने में रखा जा सकता है। इसे मुख्य प्रवेश द्वार से दूर और किसी अंधेरे कोने में रखना चाहिए, ताकि घर की सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित न हो। यह न केवल ऊर्जा संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि घर के सभी हिस्सों को स्वच्छ और शुभ भी रखता है।
निष्कर्ष
रसोई के पास जूते रैक रखना वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है। रसोई को हमेशा स्वच्छ और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रखना चाहिए। जूते रैक को घर के अन्य भागों में रखा जाना चाहिए, जो वास्तु के अनुसार सही स्थान हो, ताकि घर में सकारात्मकता बनी रहे और समृद्धि का वास हो।
अपने घर की संरचना और वास्तु के नियमों का पालन करते हुए, आप एक सुखद और शांतिपूर्ण वातावरण बना सकते हैं।