इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) एक लोकप्रिय उपचार पद्धति है जो बांझपन के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसमें अंडाणु और शुक्राणु को लैब में मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है, जिसे फिर महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। हालांकि, IVF के फायदे तो अनेक हैं, लेकिन इसके बार-बार इस्तेमाल के साथ कुछ संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में भी चिंताएँ जताई जाती रही हैं, जिनमें एक मुख्य सवाल यह है – क्या IVF से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है?
IVF और हार्मोनल थेरेपी
IVF उपचार के दौरान महिला को ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्जन) को नियंत्रित करने के लिए हार्मोनल थेरेपी दी जाती है। इसमें आम तौर पर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन जैसे हार्मोन शामिल होते हैं, जो अंडाणुओं के विकास और अंडोत्सर्जन की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं। हार्मोनल थेरेपी का उपयोग स्तन के ऊतकों पर प्रभाव डाल सकता है, और यदि यह लंबे समय तक या बार-बार लिया जाए, तो कुछ अध्ययनों में यह सुझाव दिया गया है कि इससे ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
डॉक्टर की राय
भारत के प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराधा शर्मा के अनुसार, “IVF से जुड़े हार्मोनल उपचार का प्रभाव हर महिला के शरीर पर अलग-अलग हो सकता है। हालांकि, कुछ अध्ययनों ने यह संकेत दिया है कि ओवेरियन स्टिमुलेशन के दौरान दिए गए हार्मोन से ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन इस पर और अधिक शोध की आवश्यकता है।”
डॉ. शर्मा यह भी कहती हैं कि “IVF के लिए हार्मोनल दवाओं का उपयोग समय-समय पर किया जाता है और यह अक्सर सिर्फ एक निश्चित समय तक ही सीमित रहता है। यदि महिला की उम्र अधिक है या पहले से ही किसी प्रकार का कैंसर या परिवार में कैंसर का इतिहास है, तो उनका जोखिम अधिक हो सकता है।”
IVF के बाद ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कैसे कम करें?
यदि आप IVF उपचार करवाने जा रही हैं और ब्रेस्ट कैंसर के बारे में चिंतित हैं, तो निम्नलिखित सुझाव मददगार हो सकते हैं:
- आयु का ध्यान रखें: महिला की उम्र जितनी अधिक होती है, कैंसर का खतरा उतना ही बढ़ सकता है। इसलिए, जितना जल्दी हो सके, IVF उपचार कराना बेहतर होता है।
- स्मोकिंग से बचें: धूम्रपान स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है, इसलिए IVF के दौरान और बाद में धूम्रपान से बचना चाहिए।
- नियमित जांच करवाएं: IVF के बाद ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए, नियमित रूप से ब्रेस्ट के स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए। डॉक्टर से हर 6-12 महीने में नियमित स्क्रीनिंग की सलाह लें।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: सही आहार, व्यायाम और मानसिक शांति से स्वास्थ्य में सुधार होता है और कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
निष्कर्ष
हालांकि कुछ अध्ययनों में IVF से ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को थोड़ा बढ़ा हुआ पाया गया है, लेकिन यह अभी भी एक विवादास्पद और जटिल मुद्दा है। इसके लिए अधिक शोध की आवश्यकता है। यदि आप IVF के बारे में सोच रही हैं, तो विशेषज्ञ से परामर्श करें और अपनी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। IVF एक प्रभावी उपचार है, लेकिन किसी भी उपचार से जुड़े संभावित जोखिमों को समझना और सही उपाय अपनाना जरूरी है।