Sunday, March 16, 2025
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अत्यधिक काम करने से व्यक्ति की उत्पादकता हो सकती है कम, जानिए डॉक्टरों का क्या कहना है

आज के समय में तेज़ी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा और काम के दबाव ने लोगों की दिनचर्या को पूरी तरह बदल दिया है। लंबी वर्किंग ऑवर्स, बिना ब्रेक के काम करना, और पर्याप्त आराम न लेना जैसे कारणों से लोगों के स्वास्थ्य और उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जरूरत से ज्यादा काम करने से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक क्षमता प्रभावित हो सकती है।

क्या कहते हैं डॉक्टर?

डॉक्टरों का कहना है कि अत्यधिक काम करने से “बर्नआउट” की समस्या हो सकती है। बर्नआउट एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति लगातार थकान, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस करता है। इसके अलावा, जरूरत से ज्यादा काम करने से मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे डिप्रेशन और एंग्जायटी, भी हो सकती हैं।

एम्स (AIIMS) के एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, डॉ. अमित गुप्ता के अनुसार, “जब कोई व्यक्ति अपनी शारीरिक और मानसिक सीमाओं से परे जाकर काम करता है, तो उसका शरीर और दिमाग समय के साथ थकावट महसूस करने लगते हैं। इससे न केवल व्यक्ति की उत्पादकता घटती है, बल्कि उसकी क्रिएटिविटी और निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित होती है।”

उत्पादकता पर पड़ता है असर

काम करने की सीमाएं तय न करना और लगातार खुद को व्यस्त रखना, उत्पादकता को बढ़ाने के बजाय घटा सकता है। जब आप बिना ब्रेक लिए लगातार काम करते हैं, तो आपका मस्तिष्क जल्दी थक जाता है और गलतियां करने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठने से आंखों में तनाव, पीठ दर्द और नींद से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।

कैसे रखें संतुलन?

डॉक्टर और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। यहां कुछ उपाय दिए जा रहे हैं, जो आपकी उत्पादकता को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

  1. काम के बीच नियमित ब्रेक लें: हर 1-2 घंटे के बाद 10-15 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान थोड़ा टहलें या गहरी सांस लें।
  2. सही समय पर सोएं: रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें। इससे आपका शरीर और दिमाग तरोताजा रहेगा।
  3. प्राथमिकता तय करें: कामों की प्राथमिकता बनाएं और जो सबसे जरूरी हो, उसे पहले पूरा करें।
  4. फिजिकल एक्टिविटी शामिल करें: रोजाना योग, मेडिटेशन या एक्सरसाइज करें। इससे तनाव कम होगा और ऊर्जा का स्तर बढ़ेगा।
  5. “ना” कहना सीखें: जरूरत से ज्यादा काम लेने से बचें। अपनी क्षमता और समय के अनुसार ही जिम्मेदारियां लें।

निष्कर्ष

अत्यधिक काम करने से शरीर और दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उत्पादकता कम हो जाती है। सही समय पर ब्रेक लेना, काम का प्रबंधन करना और पर्याप्त आराम करना, आपके प्रदर्शन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। डॉक्टरों का कहना है कि स्वस्थ दिनचर्या और संतुलित जीवनशैली ही आपकी उत्पादकता को बनाए रखने की कुंजी है।

याद रखें, काम महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी आपका स्वास्थ्य और खुशी है।

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