चिंता या एंग्जाइटी एक सामान्य मानसिक स्थिति है, जो किसी भी व्यक्ति को किसी न किसी समय हो सकती है। हालांकि, कई लोग रात के समय अधिक चिंता महसूस करते हैं, जिससे उनकी नींद में बाधा उत्पन्न होती है। यदि आप भी रात में ज्यादा चिंतित महसूस करते हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं और आप इसे कैसे नियंत्रित कर सकते हैं।
रात में चिंता महसूस होने के कारण
रात के समय चिंता बढ़ने के कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:
- मस्तिष्क का सक्रिय होना: दिन भर की व्यस्तता और कामकाजी जीवन के कारण दिन में मस्तिष्क को आराम मिलता है, लेकिन रात को जब आप शांत होते हैं, तो मस्तिष्क विचारों से भर जाता है। इससे अनावश्यक चिंता बढ़ सकती है।
- हॉर्मोनल बदलाव: रात में शरीर में कुछ हार्मोनल बदलाव होते हैं, जैसे कि कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर बढ़ना, जो चिंता को बढ़ा सकता है।
- नींद की कमी: अच्छी नींद न मिलने से मानसिक स्थिति प्रभावित होती है और आप ज्यादा चिंतित महसूस कर सकते हैं। नींद की कमी से शरीर में तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे चिंता बढ़ती है।
- आत्म-संकोच या भविष्य की चिंता: भविष्य के बारे में चिंता करना, काम, परिवार या जीवन के अन्य पहलुओं के बारे में सोचने से रात को चिंता अधिक हो सकती है।
- मनोवैज्ञानिक समस्याएँ: यदि आप मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, जैसे कि डिप्रेशन या किसी प्रकार का ट्रॉमा, तो रात को इन समस्याओं का प्रभाव ज्यादा महसूस हो सकता है।
रात में चिंता को नियंत्रित करने के 5 विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए उपाय
- गहरी श्वास लेने की तकनीक: जब आप रात को चिंतित महसूस करें, तो गहरी श्वास लेना एक प्रभावी उपाय हो सकता है। यह आपके मस्तिष्क को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करता है। एक सामान्य तकनीक है – 4-7-8 श्वास अभ्यास। इसमें आप 4 सेकंड तक श्वास अंदर लें, फिर 7 सेकंड तक उसे रोके रखें, और अंत में 8 सेकंड तक श्वास बाहर छोड़ें।
- नियमित रूप से ध्यान (Meditation) करना: ध्यान या मेडिटेशन से मानसिक शांति मिलती है और चिंता को कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ध्यान करने से मस्तिष्क के तंत्रिका तंत्र को आराम मिलता है, जिससे चिंता और तनाव कम होते हैं।
- नींद से पहले स्क्रीन टाइम कम करें: मोबाइल फोन, लैपटॉप या टीवी की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आपके मस्तिष्क को सक्रिय कर सकती है, जिससे रात को सोने में परेशानी हो सकती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सोने से कम से कम 30-60 मिनट पहले इन उपकरणों से दूर रहें।
- आरामदायक वातावरण तैयार करें: अगर आप सोते समय चिंतित महसूस करते हैं, तो अपनी नींद के वातावरण को आरामदायक बनाएं। इससे आपको सोने में मदद मिलेगी। हल्की रोशनी, सॉफ्ट संगीत, या आवश्यक तेल (एरोमाथेरेपी) का उपयोग करने से भी शांति मिल सकती है।
- जर्नलिंग (लेखन) करना: अपने विचारों और चिंताओं को कागज पर लिखना भी एक प्रभावी उपाय है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मानसिक स्पष्टता और शांति प्राप्त करने में मदद करता है। जब आप अपनी चिंताओं को लिखते हैं, तो आप उन्हें स्पष्ट रूप से देख सकते हैं, जिससे आपको उन्हें नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
रात के समय चिंता महसूस होना एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे सही तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए ऊपर बताए गए उपायों का पालन करें और यदि समस्या बढ़ जाए, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। याद रखें, मानसिक शांति केवल जीवन को आसान नहीं बनाती, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।