आजकल की तेज-तर्रार जीवनशैली में तनाव एक सामान्य अनुभव बन चुका है। चाहे वो काम का दबाव हो, पारिवारिक जिम्मेदारियां हों, या व्यक्तिगत समस्याएं, तनाव हमें हर समय घेरता रहता है। तनाव से न सिर्फ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि यह हमारे शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं को भी प्रभावित करता है, जिनमें से एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है ब्लड शुगर नियंत्रण। इस लेख में हम जानेंगे कि तनाव का ब्लड शुगर पर क्या असर पड़ता है।
तनाव और ब्लड शुगर का संबंध
तनाव के दौरान, हमारा शरीर एड्रेनालाईन और कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन रिलीज करता है, जिन्हें “स्ट्रेस हार्मोन” कहा जाता है। ये हार्मोन शरीर को तात्कालिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार करते हैं, लेकिन इनके लगातार रिलीज होने से लंबे समय में ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
- ब्लड शुगर में वृद्धि: जब हम तनाव महसूस करते हैं, तो शरीर ऊर्जा की अधिक मांग करता है। इस दौरान, लिवर अधिक ग्लूकोज छोड़ता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। यह खासकर उन लोगों के लिए चिंता का कारण बन सकता है जो पहले से डायबिटीज से जूझ रहे हैं, क्योंकि उनका शरीर ब्लड शुगर को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाता।
- इन्सुलिन प्रतिरोध में वृद्धि: तनाव से शरीर का इन्सुलिन के प्रति प्रतिरोध बढ़ सकता है। इन्सुलिन वह हार्मोन है जो शरीर के रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है। जब तनाव अधिक होता है, तो शरीर में इन्सुलिन का प्रभाव कम हो सकता है, जिससे शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
- खानपान की आदतों में बदलाव: तनाव के दौरान अक्सर लोगों को अपने खानपान की आदतों में बदलाव आ जाता है। कुछ लोग तनाव में अधिक मीठा खाने की इच्छा महसूस करते हैं, जबकि कुछ लोग भोजन से ही बचते हैं। यह अस्वास्थ्यकर खानपान ब्लड शुगर के स्तर को असंतुलित कर सकता है।
तनाव को कैसे कम करें?
- योग और ध्यान: योग और ध्यान तनाव को कम करने के लिए प्रभावी तरीके हैं। ये न केवल मानसिक शांति प्रदान करते हैं, बल्कि शरीर को भी आराम देते हैं, जिससे हार्मोनल असंतुलन कम होता है और ब्लड शुगर पर सकारात्मक असर पड़ता है।
- व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करती है और तनाव को भी कम करती है। तेज़ चलना, दौड़ना, तैरना या साइकिल चलाना जैसे व्यायाम रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
- स्वस्थ आहार: तनाव के दौरान सही आहार का सेवन करना भी महत्वपूर्ण है। अधिक मीठा खाने से बचें और ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में मदद करें, जैसे कि साबुत अनाज, हरी सब्जियाँ, और फल।
- सपोर्ट सिस्टम: परिवार और दोस्तों का समर्थन तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप मानसिक दबाव महसूस कर रहे हैं, तो अपनी भावनाओं को साझा करें और किसी से मदद लें।

निष्कर्ष
तनाव निश्चित रूप से हमारे ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है, खासकर अगर यह लंबे समय तक बना रहे। इसके प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए सही आहार, नियमित व्यायाम, और मानसिक शांति बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो तनाव को प्रबंधित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाना आपके स्वास्थ्य के लिए और भी महत्वपूर्ण हो सकता है।