Friday, April 25, 2025
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7 Myths Related to Addictive Sugar That You Should Not Trust

चीनी या शक्कर का सेवन हमारे आहार का एक सामान्य हिस्सा है, लेकिन कई बार इसके बारे में भ्रांतियाँ फैली रहती हैं। लोगों को यह लगता है कि चीनी से संबंधित कुछ तथ्य सच हैं, जबकि वे महज मिथक हैं। इस लेख में हम सात प्रमुख मिथकों पर चर्चा करेंगे जो चीनी के बारे में आमतौर पर माने जाते हैं, लेकिन आपको इनसे बचना चाहिए।

1. चीनी खाने से हमेशा वजन बढ़ता है

यह मिथक बहुत ही सामान्य है कि चीनी का सेवन सीधे तौर पर वजन बढ़ने का कारण बनता है। हालांकि, यह पूरी तरह से सच नहीं है। वजन बढ़ने का मुख्य कारण अधिक कैलोरी का सेवन और शारीरिक गतिविधि की कमी है, न कि सिर्फ चीनी। यदि आप संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करते हैं, तो चीनी का सीमित सेवन आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा।

2. चीनी से डायबिटीज होता है

यह मिथक भी बहुत लोकप्रिय है, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। डायबिटीज एक जटिल बीमारी है, और यह सिर्फ चीनी खाने से नहीं होती। यह आनुवंशिकता, जीवनशैली और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। हां, अत्यधिक चीनी का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है, लेकिन डायबिटीज का मुख्य कारण उच्च रक्त शर्करा स्तर और इंसुलिन प्रतिरोध है।

3. चीनी के बिना जीवन संभव नहीं है

कुछ लोग मानते हैं कि चीनी के बिना जीवन संभव नहीं है। हालांकि, यह सच नहीं है। शरीर को ऊर्जा के लिए कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता होती है, जो अन्य खाद्य पदार्थों से भी मिल सकती है, जैसे फल, सब्जियाँ और अनाज। यदि आप उचित आहार लेते हैं, तो शरीर को चीनी की आवश्यकता नहीं होती।

4. चीनी सिर्फ मिठा करने के लिए होती है, इसका कोई पोषण मूल्य नहीं होता

यह मिथक भी गलत है। प्राकृतिक शक्कर जैसे शहद, गुड़, या मेपल सिरप में कई पोषक तत्व जैसे विटामिन्स, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। हालांकि, यह भी सच है कि रिफाइंड चीनी में पोषक तत्व नहीं होते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि चीनी पूरी तरह से बेकार होती है। उचित मात्रा में सेवन किए जाने पर ये पोषक तत्व लाभकारी हो सकते हैं।

5. संतुलित चीनी सेवन से कोई नुकसान नहीं होता

यह मिथक भी गलत है। जब आप चीनी का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं, तो यह न सिर्फ वजन बढ़ने का कारण बन सकता है, बल्कि शरीर में सूजन, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। संतुलित चीनी सेवन से कोई समस्या नहीं होती, लेकिन यह अत्यधिक सेवन से आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।

6. चीनी को पूरी तरह से हटाना सेहत के लिए बेहतर है

यह भी एक अत्यधिक सोच है। चीनी को पूरी तरह से हटाना जरूरी नहीं है, बल्कि यह जरूरी है कि आप इसके सेवन को नियंत्रित करें। प्राकृतिक रूप से प्राप्त चीनी, जैसे फल और सब्जियों से चीनी का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, जबकि प्रोसेस्ड चीनी से बचना चाहिए। संतुलित आहार में चीनी का थोड़ा सा सेवन सुरक्षित हो सकता है।

7. चीनी का सेवन आपके मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाता है

यह मिथक भी पूरी तरह से प्रमाणित नहीं है। हालाँकि, अत्यधिक चीनी का सेवन आपके शरीर के हार्मोनल और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य पर इसका कोई स्थिर प्रभाव नहीं होता है। कुछ अध्ययनों ने यह सुझाव दिया है कि अत्यधिक चीनी का सेवन अवसाद और चिंता को बढ़ा सकता है, लेकिन इसका प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग हो सकता है। सही आहार और स्वस्थ जीवनशैली मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकती है।

निष्कर्ष

चीनी से जुड़े कई मिथक हैं जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन में फैल गए हैं। हालांकि, यह जरूरी है कि हम इन मिथकों को समझें और सही जानकारी प्राप्त करें। संतुलित आहार और चीनी का सीमित सेवन हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, जबकि अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।

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