कोलकाता, जो पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है, एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर है। यहाँ की गंगा नदी, मंदिर, मठ और स्थापत्य कला का अद्भुत मिश्रण पर्यटकों को आकर्षित करता है। यदि आप कोलकाता घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो गंगा में नाव की सवारी, दक्षिणेश्वर काली मंदिर और बेलूर मठ का दौरा अवश्य करें। ये स्थल कोलकाता की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक हैं।
1. गंगा में नाव की सवारी
कोलकाता की सबसे खास चीज़ों में से एक है गंगा नदी में नाव की सवारी। यह अनुभव न केवल शांति और सुकून देता है, बल्कि शहर के ऐतिहासिक घाटों का दृश्य भी प्रस्तुत करता है। आप कोलकाता के हावड़ा पुल के पास से नाव की सवारी शुरू कर सकते हैं, जहाँ से आपको गंगा के पानी की लहरों के बीच कोलकाता का खूबसूरत दृश्य देखने को मिलता है। इस दौरान आपको शहर के प्रमुख घाटों, जैसे कि बड़तला घाट, दक्खिनेश्वर घाट, और बेलूर घाट का दर्शन होता है। यह एक अनोखा अनुभव है जो शहर की ऐतिहासिकता और संस्कृति को महसूस कराता है।
2. दक्षिणेश्वर काली मंदिर
दक्षिणेश्वर काली मंदिर, कोलकाता के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर गंगा के किनारे स्थित है और यहां की काली माँ की मूर्ति भक्तों के दिलों में एक विशेष स्थान रखती है। इस मंदिर का इतिहास काफी रोचक है, और यह श्री रामकृष्ण परमहंस के आध्यात्मिक जीवन से जुड़ा हुआ है। रामकृष्ण परमहंस ने यहाँ ध्यान और साधना की थी, और इस मंदिर में उनकी उपस्थिति का अहसास आज भी महसूस किया जा सकता है। मंदिर के परिसर में 12 ज्योतिर्लिंगों के मंदिर भी हैं, जो इसे एक प्रमुख तीर्थ स्थल बनाते हैं।
3. बेलूर मठ दर्शन
बेलूर मठ, जो रामकृष्ण परमहंस द्वारा स्थापित एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है, कोलकाता के बाहरी इलाके में स्थित है। यह मठ अद्वितीय वास्तुकला का उदाहरण है और यहाँ का शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है। बेलूर मठ में रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद और अन्य प्रमुख संतों के आदर्शों और शिक्षाओं को महसूस किया जा सकता है। यहाँ की सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण को देखते हुए, पर्यटक यहां ध्यान और आत्म-विश्लेषण के लिए आते हैं। मठ में स्थित गंगा घाट से आपको गंगा की लहरों का आनंद भी मिलता है, जो इस स्थान की दिव्यता को और बढ़ा देता है।
4. दूसरे प्रमुख स्थल
कोलकाता में घूमने के लिए बहुत से अन्य स्थल भी हैं जैसे कि विक्टोरिया मेमोरियल, आलमगीर मस्जिद, और नदिया घाट। ये सभी स्थल कोलकाता की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा हैं और यहां आने वाले पर्यटकों को एक नई दिशा और अनुभव देते हैं।

5. निष्कर्ष
कोलकाता का दौरा करने पर गंगा नदी में नाव की सवारी, दक्षिणेश्वर काली मंदिर और बेलूर मठ दर्शन के अनुभव आपको शहर की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गहराई से परिचित कराएंगे। यहाँ के शांत वातावरण, ऐतिहासिक महत्व और वास्तुकला के सौंदर्य से आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यदि आप कोलकाता आने का मन बना रहे हैं, तो ये स्थल आपके यात्रा के यादगार हिस्से बनेंगे।