प्रारंभिक प्रसव (Preterm Birth), जिसे 37 सप्ताह से पहले प्रसव के रूप में भी जाना जाता है, आजकल के समय में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गई है। यह स्थिति न केवल माताओं के लिए बल्कि नवजात शिशुओं के लिए भी कई प्रकार की जटिलताओं का कारण बन सकती है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि, अच्छे देखभाल, सही मार्गदर्शन और स्वस्थ आदतों से इस जोखिम को कम किया जा सकता है।
इस लेख में हम आपको विशेषज्ञों द्वारा दिए गए कुछ महत्वपूर्ण सुझावों के बारे में बताएंगे, जो प्रारंभिक प्रसव के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
1. स्वस्थ आहार का सेवन करें
स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर आहार गर्भवती महिला और उसके शिशु की सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड, कैल्शियम, प्रोटीन और आयरन का सेवन गर्भ में शिशु के विकास को बढ़ावा देता है। साथ ही यह शारीरिक ताकत को बनाए रखता है और शुरुआती प्रसव के जोखिम को कम करता है। आहार में फल, हरी सब्जियां, दालें, नट्स, दूध और दूध से बने उत्पादों को शामिल करें।
2. समय पर prenatal देखभाल (Prenatal Care) लें
गर्भवती महिलाओं के लिए नियमित चिकित्सा जांच जरूरी होती है। चिकित्सकों द्वारा समय-समय पर की जाने वाली जांचों से गर्भवती महिला और शिशु की स्थिति का सही पता चलता है। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी जटिलता प्रारंभिक प्रसव का कारण बनने से पहले ही पकड़ी जा सके।
3. तनाव कम करें और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें
गर्भावस्था के दौरान मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण है। अत्यधिक तनाव, चिंता और मानसिक दबाव प्रारंभिक प्रसव के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इस स्थिति से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त आराम, सही नींद और मन को शांत रखने की सलाह दी जाती है। योग, ध्यान और प्राणायाम जैसी गतिविधियों से मानसिक शांति प्राप्त की जा सकती है।
4. शारीरिक गतिविधियों में संतुलन बनाए रखें
गर्भवती महिलाओं के लिए शारीरिक गतिविधियां जरूरी हैं, लेकिन अत्यधिक शारीरिक श्रम या भारी कामों से बचना चाहिए। हल्का व्यायाम जैसे हलकी सैर या योग से गर्भवती महिला की सेहत बनी रहती है और प्रसव के दौरान कोई भी समस्या उत्पन्न होने का खतरा कम होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शारीरिक गतिविधियों का संतुलन बनाए रखना प्रारंभिक प्रसव के जोखिम को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
5. धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब का सेवन गर्भावस्था के दौरान शिशु और मां दोनों के लिए अत्यधिक हानिकारक हो सकता है। यह समय से पहले प्रसव का एक प्रमुख कारण बन सकता है। यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजना बना रही हैं, तो इन आदतों से पूरी तरह से बचना अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष
प्रारंभिक प्रसव एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन यदि सही देखभाल, आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाई जाए, तो इस जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं को समय पर चिकित्सकीय देखभाल लेना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना और स्वस्थ आदतें अपनानी चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि जितना अधिक आप अपनी गर्भावस्था का ख्याल रखेंगे, उतना ही आपके और आपके शिशु के लिए प्रसव का समय और तरीका सुरक्षित होगा।