अवांछित या अनियोजित गर्भधारण से जन्मे बच्चों को न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक नुकसान भी हो सकता है। यह बच्चों की जीवन यात्रा को प्रभावित करता है और उनके विकास में विभिन्न बाधाएँ उत्पन्न कर सकता है। ऐसे बच्चों को अक्सर ऐसे नुकसान का सामना करना पड़ता है, जिनका असर उनके समग्र जीवन पर पड़ता है। आइए जानते हैं कि इस प्रकार के गर्भधारण से जन्मे बच्चों को किन प्रकार के नुकसान हो सकते हैं:
1. भावनात्मक उपेक्षा (Emotional Neglect)
अवांछित गर्भधारण से जन्मे बच्चे अक्सर भावनात्मक उपेक्षा का शिकार होते हैं। माता-पिता या परिवार के अन्य सदस्य अक्सर बच्चे के आगमन को नकारात्मक दृष्टिकोण से देखते हैं और उसे पर्याप्त प्रेम, स्नेह और देखभाल नहीं देते। इससे बच्चे का आत्म-सम्मान कम हो सकता है और उसकी मानसिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
2. आर्थिक दबाव (Financial Strain)
अवांछित गर्भधारण से उत्पन्न बच्चे के पालन-पोषण पर परिवार पर आर्थिक दबाव बढ़ सकता है। क्योंकि परिवार पहले से ही अन्य जिम्मेदारियों में उलझा होता है, ऐसे में बच्चे की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हो पाते। इसका असर बच्चे के भविष्य पर पड़ सकता है और उसे वह सुविधाएँ नहीं मिल पातीं जो किसी अन्य बच्चे को मिल सकतीं हैं।
3. स्वास्थ्य समस्याएँ (Health Issues)
अवांछित गर्भधारण के दौरान माता-पिता का मानसिक तनाव और असमर्थता बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। यदि गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल नहीं मिलती, तो बच्चे को जन्म के समय शारीरिक समस्याएँ हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, जन्म के बाद भी बच्चे को मानसिक या शारीरिक विकार हो सकते हैं।
4. माता-पिता का असंवेदनशील व्यवहार (Insensitive Parental Behavior)
अवांछित या अनियोजित गर्भधारण से जन्मे बच्चों के साथ माता-पिता का असंवेदनशील व्यवहार देखा जा सकता है। वे अक्सर बच्चे के अस्तित्व को लेकर उदासीन होते हैं और बच्चे के साथ समय नहीं बिताते, जिसके कारण बच्चा अकेलापन महसूस कर सकता है। माता-पिता का मानसिक रूप से उपस्थित न होना बच्चे के विकास में अड़चन डालता है।
5. शिक्षा में कठिनाई (Difficulties in Education)
अवांछित गर्भधारण से जन्मे बच्चों को अक्सर शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। अगर परिवार में आर्थिक या भावनात्मक समस्याएँ हैं, तो बच्चा अपनी शिक्षा पर ध्यान नहीं दे पाता। इसके अलावा, कभी-कभी परिवार द्वारा बच्चे की शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाता, जिससे बच्चे की मानसिक क्षमता और विकास पर असर पड़ता है।
6. सामाजिक बहिष्कार (Social Exclusion)
अवांछित बच्चों को समाज में अक्सर भेदभाव का सामना करना पड़ता है। यदि परिवार में उनके अस्तित्व को लेकर नकारात्मक दृष्टिकोण होता है, तो वे समाज में सही तरीके से सम्मिलित नहीं हो पाते। यह बच्चे के मानसिक विकास और आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है, जिससे वह समाज में आत्मीयता और सामाजिक समर्थन से वंचित रह सकता है।
निष्कर्ष
अवांछित या अनियोजित गर्भधारण से जन्मे बच्चों को जीवनभर अनेक प्रकार के नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। यह न केवल उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करता है, बल्कि उनके सामाजिक जीवन और भविष्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम परिवार नियोजन के महत्व को समझें और बच्चों के जन्म से पहले सभी पहलुओं को ध्यान में रखें ताकि उनका जीवन खुशहाल और समृद्ध हो सके।