हाल ही में, हेलोमिनस मानव पैरांफ्लूएंजा वायरस (HMPV) को लेकर कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंताएं जताई हैं। यह वायरस खासतौर पर श्वसन तंत्र पर हमला करता है और संक्रामक बीमारियों के समूह में इसकी स्थिति को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। लेकिन क्या यह वायरस भविष्य में एक महामारी का कारण बनेगा? एक पूर्व WHO वैज्ञानिक ने इस मुद्दे पर अपनी राय दी है।
HMPV क्या है?
हेलनमिनस मानव पैरांफ्लूएंजा वायरस, जिसे HMPV कहा जाता है, एक श्वसन वायरस है जो आमतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। यह वायरस मुख्य रूप से सांस की नली, गले, फेफड़ों और अन्य श्वसन अंगों पर असर डालता है। इसके संक्रमण के लक्षण सामान्य सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ के रूप में सामने आते हैं। हालांकि, ज्यादातर मामलों में यह हल्के होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर श्वसन समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
क्या HMPV एक नई महामारी का कारण बन सकता है?
WHO के एक पूर्व वैज्ञानिक ने इस विषय पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि HMPV को लेकर अब तक के आंकड़े इसे एक महामारी का कारण बनने के लिए पूरी तरह से उपयुक्त नहीं बताते हैं। वैज्ञानिक ने यह भी स्पष्ट किया कि, हालांकि HMPV के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन यह वायरस अन्य वायरसों जैसे कि कोविड-19 या H1N1 फ्लू के मुकाबले कम संक्रामक है।
वायरस के संक्रमण की प्रकृति
HMPV का संक्रमण मुख्यतः मौसमी होता है, और यह आमतौर पर सर्दियों के महीनों में ज्यादा सक्रिय होता है। यह वायरस मुख्यतः हवा के द्वारा फैलता है, यानी संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने या नाक बहने से निकलने वाली बूंदों से यह दूसरे व्यक्ति तक पहुंच सकता है। हालांकि, इसके प्रसार की गति कोविड-19 के मुकाबले काफी कम है।
क्या HMPV एक महामारी का कारण बनेगा?
पूर्व WHO वैज्ञानिक ने कहा कि HMPV के संक्रमण में न केवल दरमियाने लक्षण होते हैं, बल्कि यह एक अधिक नियंत्रित रूप में सामने आता है। हालांकि, भविष्य में इसके स्वरूप में बदलाव हो सकता है, लेकिन वर्तमान में इसे एक बड़ी महामारी के रूप में देखने की कोई संभावना नहीं है।
क्या हमें चिंता करनी चाहिए?
वहीं, विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि भले ही HMPV महामारी का रूप न ले, हमें अपनी श्वसन स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। खासकर उन लोगों को, जो पहले से श्वसन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे कि अस्थमा, क्रॉनिक ब्रोन्काइटिस, और अन्य हृदय या फेफड़े से संबंधित बीमारियां।
निष्कर्ष
HMPV पर चिंता तो बनी हुई है, लेकिन इसके महामारी बनने की संभावना को लेकर पूर्व WHO वैज्ञानिक ने जो कहा, वह इसे लेकर आम लोगों के बीच फैल रही अनावश्यक घबराहट को कम करता है। इस वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उचित सावधानियां और स्वास्थ्य प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करना ज्यादा महत्वपूर्ण है।