महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान शारीरिक और मानसिक बदलावों का सामना करना पड़ता है। इनमें से एक सामान्य समस्या चिड़चिड़ापन है, जिसे पीरियड्स से पहले और दौरान महसूस किया जाता है। कई महिलाओं के लिए यह समस्या इतनी अधिक होती है कि यह उनके सामान्य जीवन को प्रभावित करती है। इस लेख में, हम जानेंगे कि पीरियड्स से पहले और दौरान चिड़चिड़ापन क्यों होता है, और इसे कैसे मैनेज किया जा सकता है।
1. हार्मोनल बदलाव
पीरियड्स से पहले और दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। मासिक धर्म चक्र के पहले और दूसरे चरण में हार्मोन जैसे कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टरोन का स्तर बदलता है। जब इन हार्मोन का स्तर गिरता है या बढ़ता है, तो यह मस्तिष्क के उन हिस्सों को प्रभावित करता है जो हमारी भावनाओं और मूड को नियंत्रित करते हैं। इस कारण से महिलाओं को चिड़चिड़ापन, उदासी, और घबराहट जैसी समस्याओं का सामना हो सकता है।
2. प्रीमेंस्ट्रल सिंड्रोम (PMS)
पीरियड्स से पहले एक सामान्य समस्या प्रीमेंस्ट्रल सिंड्रोम (PMS) है, जो शारीरिक और मानसिक लक्षणों का समूह है। PMS में महिलाओं को चिड़चिड़ापन, थकान, पेट में ऐंठन, वजन में वृद्धि, और मुंहासों जैसी समस्याएं हो सकती हैं। PMS के कारण हार्मोनल असंतुलन के अलावा, शरीर में पानी की कमी और विटामिन-खनिज की कमी भी चिड़चिड़ापन का कारण बन सकती है।
3. स्ट्रेस और मानसिक दबाव
पीरियड्स से पहले और दौरान मानसिक दबाव और तनाव भी बढ़ सकता है। नौकरी, परिवार, या व्यक्तिगत समस्याओं के कारण तनाव बढ़ने से चिड़चिड़ापन की भावना अधिक हो सकती है। मानसिक और शारीरिक थकान इस समय में महिलाओं को अधिक संवेदनशील बना देती है।
4. नींद की कमी
मासिक धर्म चक्र के दौरान, शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण नींद में भी गड़बड़ी हो सकती है। ठीक से नींद न लेने से शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है और महिलाएं अधिक चिड़चिड़ी महसूस करती हैं।
5. विटामिन और मिनरल की कमी
पीरियड्स से पहले शरीर में कुछ खास विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है, जैसे कि मैग्नीशियम और विटामिन बी6। इनकी कमी से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
डॉक्टर से सलाह लें
अगर पीरियड्स के दौरान चिड़चिड़ापन अधिक हो और इससे जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर उचित जांच और परीक्षण के बाद उपचार का सुझाव दे सकते हैं, जैसे कि हार्मोनल थेरापी, विटामिन सप्लीमेंट्स, या जीवनशैली में बदलाव।
कैसे करें राहत
- स्वस्थ आहार: ताजे फल, हरी सब्जियां, और प्रोटीन से भरपूर आहार लें।
- योग और ध्यान: तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान का अभ्यास करें।
- समय पर नींद: पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है।
- हाइड्रेशन: शरीर को हाइड्रेटेड रखें और अधिक पानी पिएं।
पीरियड्स के दौरान चिड़चिड़ापन एक सामान्य समस्या है, लेकिन इसे सही तरीके से समझने और संभालने से आप इसे नियंत्रित कर सकती हैं। डॉक्टर से परामर्श लेकर और जीवनशैली में कुछ बदलाव करके आप इस स्थिति से निपटने में मदद पा सकती हैं।