गला फुलना और कफ जमा होना एक आम समस्या है, जो सर्दी, खांसी या वायरल इंफेक्शन के कारण हो सकता है। यह समस्या न केवल असहज होती है, बल्कि इसे ठीक करने के लिए लोग अक्सर दवाइयों का सहारा लेते हैं। लेकिन आयुर्वेद में ऐसी कई प्राकृतिक औषधियां हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के गले में जमा कफ को बाहर निकालने में मदद करती हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक उपायों के बारे में, जो आपको जल्द राहत दिला सकते हैं।
1. अदरक और शहद
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। शहद भी गले को मुलायम करता है और उसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं।
विधि:
- 1 चमच ताजा अदरक का रस लें।
- इसमें 1 चमच शहद मिलाएं।
- इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार सेवन करें।
2. तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते गले की सूजन और कफ को ठीक करने के लिए बहुत प्रभावी होते हैं। इसके सेवन से शरीर से कफ बाहर निकलता है और गला साफ होता है।
विधि:
- ताजे तुलसी के पत्तों को चबाकर खा सकते हैं या 4-5 पत्ते उबाल कर पानी में डालकर उसका सेवन कर सकते हैं।
- आप तुलसी के पत्तों का काढ़ा भी बना सकते हैं।
3. हल्दी दूध
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुणों से भरपूर है। हल्दी दूध पीने से गले का संक्रमण दूर होता है और कफ निकलने में मदद मिलती है।
विधि:
- एक गिलास गर्म दूध में आधा चमच हल्दी मिलाकर पीएं।
- इसे रात में सोने से पहले पियें।
4. सोंठ (सूखी अदरक)
सोंठ का सेवन गले में कफ को बाहर निकालने और खांसी को दूर करने में सहायक है। यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है और शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
विधि:
- 1/2 चम्मच सोंठ पाउडर को एक गिलास गर्म पानी में डालकर पी सकते हैं।
- इसे दिन में 2-3 बार सेवन करें।
5. काली मिर्च और शहद
काली मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करते हैं और कफ को बाहर निकालने में मदद करते हैं। शहद इसके गुणों को और प्रभावी बनाता है।
विधि:
- 1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर और 1 चमच शहद मिलाकर सेवन करें।
- इसे दिन में 2-3 बार लें।
6. मुँह में नमक का गरारा
नमक का गरारा गले की सूजन और कफ को कम करने का एक प्रभावी उपाय है। यह गले के अंदर के बैक्टीरिया और वायरस को मारने में मदद करता है।
विधि:
- गुनगुने पानी में 1/2 चम्मच नमक डालकर गरारा करें।
- इसे दिन में 2-3 बार करें।
7. शहद और नींबू का रस
नींबू में विटामिन C और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं। शहद और नींबू का मिश्रण गले में जमा कफ को भी बाहर निकालता है।
विधि:
- 1 चमच शहद और 1 चमच नींबू का रस मिलाकर सेवन करें।
- इसे दिन में 2 बार लें।
निष्कर्ष
गले में कफ जमा होने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए उपरोक्त आयुर्वेदिक उपाय बेहद प्रभावी हो सकते हैं। इन उपायों से न केवल गले का कफ बाहर निकलेगा, बल्कि शरीर की इम्यूनिटी भी मजबूत होगी। हालांकि, अगर समस्या लगातार बनी रहे, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
इन प्राकृतिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और अपने गले को जल्द ही आराम दें।