रुजुता दिवेकर, भारत की जानी-मानी पोषण विशेषज्ञ, हमेशा प्राकृतिक, पारंपरिक और स्थानीय खाद्य पदार्थों को अपनाने पर जोर देती हैं। उनके अनुसार, सही खान-पान न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि हमारी मानसिक और भावनात्मक स्थिति को भी बेहतर बनाता है। यहां 10 ‘सुपरफूड्स’ की सूची दी गई है, जिन्हें रुजुता दिवेकर ने अनुशंसित किया है:
1. घी
घी भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा है और रुजुता इसे सुपरफूड मानती हैं। घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।
2. मकई (भुट्टा)
भुट्टा ऊर्जा और फाइबर से भरपूर होता है। यह पाचन को बेहतर बनाता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है।
3. ज्वार और बाजरा
रुजुता का मानना है कि हमारे पारंपरिक अनाज जैसे ज्वार और बाजरा पौष्टिकता से भरपूर हैं। ये ग्लूटेन-फ्री होते हैं और हृदय के लिए भी फायदेमंद हैं।
4. सतू
सतू एक प्राकृतिक प्रोटीन स्रोत है। इसे गर्मियों में ठंडे पेय के रूप में सेवन किया जा सकता है। यह ऊर्जा बढ़ाने और मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक है।
5. हलीम के बीज (गार्डन क्रेस बीज)
ये बीज आयरन, विटामिन सी और फॉलिक एसिड का बेहतरीन स्रोत हैं। महिलाओं के लिए ये विशेष रूप से लाभकारी माने जाते हैं।
6. कोकम
कोकम में प्राकृतिक ठंडक प्रदान करने वाले गुण होते हैं। यह पाचन में मदद करता है और गर्मियों में शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
7. आंवला
आंवला विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है। यह त्वचा, बाल और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बेहद फायदेमंद है।
8. मूंगफली
मूंगफली सस्ती और पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छी है और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है।
9. दही
दही पाचन के लिए अद्भुत है। इसमें प्री-बायोटिक्स होते हैं जो आंतों के स्वास्थ्य को सुधारते हैं।
10. गुड़
गुड़ शुद्ध प्राकृतिक मिठास का स्रोत है। यह आयरन और अन्य खनिजों से भरपूर है, जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
सुपरफूड्स अपनाने के फायदे
- शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
- पाचन तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
- त्वचा और बाल स्वस्थ बनते हैं।
- ऊर्जा स्तर में सुधार होता है।
निष्कर्ष
रुजुता दिवेकर का दृष्टिकोण हमें यह सिखाता है कि स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली के लिए हमें अपने पारंपरिक आहार पर भरोसा करना चाहिए। ये सुपरफूड्स न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे, बल्कि हमारी जड़ों से भी हमें जोड़े रखेंगे।